LTP का पूरा नाम ( last traded price ) है जिसका मतलब वह कीमत जिस पर अंतिम या सबसे सुरुआती समय में शेयर को buy और sell किये जाते है
सरल भाषा में समझे तो LTP जब किसी कीमत पर अंतिम व्यापार मतलब अंतिम सोधा जो 3:30 बजे होता है seller और buyer के बिच में तो उसको ही LTP ( last traded price ) कहा जाता है |
मानलीजिये की किसी ने 95 रूपए में एक शेयर खरीदा है फिर किसी और ने वही शेयर 95 रूपए में बेच दिया है इस प्रकार 95 रूपए पर 1 शेयर खरीदा गया और 1 शेयर बेचा गया है तो हम कह सकते है की 95 रूपए पर एक सौदा पूरा हुआ है इसलिए अब उस शेयर का LTP ( last traded price ) 95 है |
मानलीजिये अगला सौदा 110 रूपए पर किया जाता है तो उस समय के लिए LTP 110 रूपए हो जायेगा, इसका मतलब यह है की जिस कीमत पर सबसे latest सौदा किया जायेगा उसे अंतिम कारोबार मूल्य या LTP कहा जायेगा |
Share Market में LTP क्या होता है
शेयर बाज़ार में LTP का महत्त्व किसी स्टॉक या शेयर को खरीद और बेचने के मूल्य पर आधारित है यह देखते हुए की स्टॉक मार्केट और ट्रेडिंग की पूरी अवधारणा समय के साथ स्टॉक की बदलती कीमतों पर आधारित है
शेयर बाज़ार में LTP का महत्त्व क्या है
LTP ( last traded price ) का सबसे बड़ा महत्त्व यह है की LTP से किसी शेयर या स्टॉक के मूवमेंट का पता चल पाना की स्टॉक का ग्राफ निचे जा रहा है क्या ऊपर जा रहा है |
क्लोजिंग प्राइस और LTP में क्या अंतर है
जब मार्केट सक्रीय होता है तब LTP ( last traded price ) की मदत से किसी शेयर की प्राइस वैल्यू देख सकते है लेकिन क्लोजिंग प्राइस में जब मार्केट क्लोज होता है तब प्राइस वैल्यू देख सकते है |