share market में call और put आप्शन क्या है | call and put option in Hindi

share market में call और put आप्शन क्या है : शेयर मार्केट एक ऐसा मार्केट है जहां अब शेयर खरीद बेच सकते हैं। आप यहा इन्वेस्टमेंट कर सकते है, ट्रेडिंग कर सकते है और भी कई तरीको से पैसे कमा सकते है। यहा आपको कई अलग अलग तरह के सेगमेंट मिल जाता है। एक तरीका जो बहुत कम लोग अच्छे से जानते हैं वह है ऑप्शन ट्रेडिंग। ऑप्शन ट्रेडिंग देखने में काफी पेचीदा लगता है और लोग अक्सर इससे डरते हैं। 

ऑप्शन ट्रेडिंग पूरा का पूरा कॉल और पुट के आधार पर चलता है, जिसे बहुत कम लोग जानते हैं। हालाकि इसकी जानने की इच्छा बहुत से लोगों में होती है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको कॉल और पुट के बारे में विस्तार से बताएंगे। तो आईए जानते है इसे: 

share market में call और put आप्शन क्या है

कॉल और पुट को समझने के लिए सबसे पहले आपको ऑप्शन ट्रेडिंग को समझना होगा। ऑप्शन एक तरह का कॉन्ट्रैक्ट होता है जिसमें आप एक शेयर के लॉट को प्रीमियम पर खरीदते या बेचते हैं और इसे आप एक्सपायरी यानी कॉन्ट्रैक्ट के आखिरी दिन तक वापस खरीद या बेच सकते है। बढ़े हुए प्रिमियम से आप बाद में इससे अच्छा पैसा कमा पाते है। इसे एक उदाहरण से समझिए। 

मान लीजिए रिलायंस के शेयर का प्राइस ₹2000 है और आप इसका ऑप्शन खरीदना चाहते हैं और इसमें ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहते हैं। तो आपको लगभग ₹100 के प्रीमियम पर एक शेयर मिलेगा और इसके एक लॉट में 50 शेयर हुए तो आपको 50 रिलायंस के शेयर 1,00,000 की जगह 5,000 में ही मिल जाएंगे। 

इसे आप एक्सपायरी डेट से पहले खरीद बेच कर पैसे कमा सकते है। इसमें आपको दो ऑप्शन मिलता है कॉल का और पुट का, दोनों के अंदर आप buy और sell कर सकते हैं। आईए, अब आपको यह बताते हैं कि हम कॉल कब लेते हैं और पुट कब लेते हैं, उसके बाद हम इसके buy sell को भी जानेंगे। 

कॉल और पुट में अंतर क्या है

आईए इसे रिलायंस के उदाहरण से समझते है, मान लीजिए इसका प्राइस 2000 और आपको लगता है कि आने वाले महीने में इसका प्राइस 2200 हो जाएगा यानी कि शेयर प्राइस बढ़ जाएगा तो आप कॉल ऑप्शन लेते हैं। और अगर आपको लगता है की इसका प्राइस नीचे जाएगा यानी 1800 जाएगा तो आप पुट ऑप्शन लेते है। सीधा सा मतलब है मार्केट बुलीश रहने पर आप कॉल लेते हैं और बेयरिश रहने पड़ पुट लेते हैं.

अब आप कॉल और पुट दोनों ही ऑप्शन में buy और sell दोनों ही चीज कर सकते हैं। तो, आइए अब हम आपको बताते हैं कि कब कॉल buy करें और कब sell करें तथा कब पुट buy करें तथा sell करें। इसे हम एक उदाहरण से समझेंगे। 

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कॉल और पुट (buy and sell) 

कॉल और पुट में कब buy and sell करना है इसको समझने के लिए इस example को देखे। कंपनी X के शेयर का मार्केट प्राइस ₹1000 है और अगर आपको लगता है की इसका प्राइस फ्यूचर में बढ़ेगा तो आप कॉल ऑप्शन लेते है और अगर आपको लगता है की इसका प्राइज घटेगा तो आप पुट ऑप्शन लेते है। 

इतना तो अब तक आप समझ ही चुके होंगे, लेकिन अब सवाल यह उठता है कि कब buy करेंगे और कब sell करेंगे। तो देखिए इसमें आपको एक स्ट्राइक प्राइस लेना होता है। शेयर x का प्राइस अभी भी 1 हजार है, तो अगर आप 1200 के स्ट्राइक प्राइस का कॉल buy खरीदते हैं तो अगर शेयर 1200 को पार करेगा तो आपको अच्छा प्रॉफिट होगा, लेकिन अगर वह इससे नीचे रह जाता है तो आपको लॉस होगा। 

ठीक इसी तरह अगर आपको लगता है की यह 1200 के स्ट्राइक प्राइस के नीचे रहेगा तो आप कॉल सेल करेंगे और पैसे कमा पाएंगे। अब मान लीजिए कंपनी X का शेयर का प्राइस स्ट्राइक प्राइस 800 का पुट ऑप्शन लेते हैं तो 800 से नीचे जाएगा तो आपको कॉल Buy करना चाहिए और अगर आपको लगता है की यह 800 से नीचे नही जाएगा तो sell लेना चाहिए। ऐसा करके आप इससे पैसे कमा पाएंगे। यह सब कुछ एक प्रीमियम पर निर्भर करता है जो की घटता बढ़ता रहता है। 

Disclaimer 

शेयर मार्केट वित्तीय जोखिम से भरा है, ऑप्शन ट्रेडिंग को भी एक जोखिम भरा ट्रेडिंग माना जाता है। इसलिए आपसे अनुरोध है कि आप इस फील्ड में उतरने से पहले अपने दक्षता को भाप ले और इससे जुड़े फायदे और नुकसान को भी अच्छे से समझ ले फिर ही इससे जुड़े। इस आर्टिकल का मकसद आपको जानकारी देने का था। हमने इस आर्टिकल में माध्यम से आपको कॉल पुट जैसे चीजों की जानकारी दी है। 

FAQ : Call और Put ऑप्शन

Q : Option trading क्या है? 

Ans : ऑप्शन ट्रेडिंग ट्रेडिंग का ही एक प्रकार है जहा आप कॉल और पुट ऑप्शन का यूज करके ट्रेडिंग करते है। यहां आप शेयर का लॉट खरीदते है और वह भी एक प्रीमियम प्राइस पर।

Q : कॉल और पुट क्या है?

Ans : यह ऑप्शन ट्रेडिंग का हिस्सा है, सीधे शब्दों में बताए तो अगर आप मार्केट को लेकर बुलिश है तो कॉल ऑप्शन ले और अगर आप बेयरिश है तो पुट ऑप्शन ले। 

Q : क्या ऑप्शन ट्रेडिंग में मार्जिन मिलता है? 

Ans : हां, लगभग हर ब्रोकर आपको मार्जिन और लेवरेज की सुविधा प्रदान करता है। यह इसके लिए ही अधिक जाना जाता है। 

Q : ऑप्शन ट्रेडिंग में एक्सपायरी डेट क्या होता है? 

Ans : यह एक ऐसा डेट होता है जिस दिन आपका ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो जाता है। 

Q : क्या ऑप्शन ट्रेडिंग लाभदायक होता है? 

Ans : यह आपके ऊपर निर्भर है, इसमें फायदा और नुकसान दोनो ही हो सकता है। 

Conclusion 

ऑप्शन ट्रेडिंग लोगों को काफी मुश्किल लगता है क्योंकि इसके अंदर आने वाले कॉल पुट ऑप्शन को समझना काफी मुश्किल होता है। इस आर्टिकल में हमने आपको बारीकी से कॉल और पुट को समझाया है। हमने आपने Share market में call और put आप्शन क्या है, यह भी बताया। 

हमने आपको कॉल और पुट में बाय ओर सेल दोनों ही ऑप्शन को अच्छे से समझाया है। उम्मीद है इसे आप अच्छे से समझ गए होंगे। आपको और किस विषय पर आर्टिकल चाहिए, आप हमें कमेंट में जरूर बताएं। मिलते हैं फिर एक नए आर्टिकल के साथ तब तक आप हमारी वेबसाइट से जुड़े रहे और पढ़ते रहें हमारे आर्टिकल।

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